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Welcome to "Exploring the Divine," where we delve deep into the sacred texts of Hinduism to uncover their spiritual and cultural significance. In this episode, we focus on the fourth chapter of the "Vishnu Puran," one of the most important Puranic texts dedicated to Lord Vishnu, the preserver and protector of the universe.
The "Vishnu Puran" is a pivotal text in the Vaishnavism tradition and comprises six books (Aṁśas) containing narratives about the creation of the universe, the stories of various avatars of Vishnu, and the genealogy of gods and heroes from ancient times. Written in Sanskrit and attributed to the sage Veda Vyasa, this text is not just a religious scripture, but also a compendium of ancient Indian history, cosmology, and philosophy.
In this episode, we explore Adhyay 4, where the dynamics of Dharma (duty/righteousness) are elaborated through the tales and teachings that emphasize the moral and ethical duties of an individual. Through expert interviews and detailed narratives, we uncover how these stories are not merely myths, but lessons relevant to contemporary life, teaching us the importance of balance, justice, and devotion in our daily actions.
Join us as we traverse these ancient texts, guided by scholars and spiritual leaders, to bring you a comprehensive understanding of this timeless epic. Whether you're a devout follower or a curious listener, this episode is a fascinating journey through the lore and wisdom of the "Vishnu Puran." Tune in to deepen your knowledge and perhaps, find a new perspective on life's enduring questions.
Available on: All major podcast platforms.
Don't miss this enlightening episode of "Hindi Spiritual Stories" as we continue to explore the richness of Hindu mythology and its profound impact on believers and seekers alike.
"दिव्य अन्वेषण" में आपका स्वागत है, जहाँ हम हिन्दू धर्म के पवित्र ग्रंथों की गहराई में उतरकर उनके आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व का पता लगाते हैं। इस एपिसोड में, हम "विष्णु पुराण" के चौथे अध्याय पर केंद्रित हैं, जो विष्णु भगवान के लिए समर्पित सबसे महत्वपूर्ण पुराणिक ग्रंथों में से एक है, जिन्हें ब्रह्माण्ड के रक्षक और संरक्षक के रूप में जाना जाता है।
"विष्णु पुराण" वैष्णव संप्रदाय में एक प्रमुख ग्रंथ है जिसमें छह पुस्तकें (अंश) शामिल हैं, जिनमें ब्रह्माण्ड की सृष्टि, विष्णु के विभिन्न अवतारों की कहानियाँ, और प्राचीन काल से देवताओं और वीरों की वंशावली के बारे में वर्णन किया गया है। संस्कृत में लिखित और ऋषि वेद व्यास के नाम से जुड़ा हुआ यह ग्रंथ केवल धार्मिक शास्त्र ही नहीं, बल्कि प्राचीन भारतीय इतिहास, कॉस्मोलॉजी और दर्शन का संग्रह भी है।
इस एपिसोड में, हम अध्याय 4 का अन्वेषण करते हैं, जहाँ धर्म (कर्तव्य/नैतिकता) की गतिकी को उन कहानियों और शिक्षाओं के माध्यम से विस्तारित किया गया है जो एक व्यक्ति के नैतिक और नैतिक कर्तव्यों पर जोर देती हैं। विद्वानों और आध्यात्मिक नेताओं के मार्गदर्शन में, हम इन कहानियों को न केवल मिथकों के रूप में, बल्कि वर्तमान जीवन के लिए प्रासंगिक पाठों के रूप में उजागर करते हैं, जो हमें अपने दैनिक कार्यों में संतुलन, न्याय, और भक्ति के महत्व को सिखाते हैं।
हमारे साथ जुड़ें क्योंकि हम इन प्राचीन ग्रंथों की यात्रा करते हैं, ज्ञान और जीवन के अनन्त प्रश्नों पर नए दृष्टिकोण पाने की आशा में।
उपलब्धता: सभी प्रमुख पॉडकास्ट प्लेटफॉर्म्स पर।
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