निमिषा सिंघल का जन्म बुलंदशहर में हुआ
खुर्जा व मेरठ में शिक्षा दीक्षा हुई ,
शिक्षा : एमएससी, बी.एड,एम. फिल,
सूक्ष्मजैविकी में एम.फिल पूरी करने के बाद शास्त्रीय संगीत में प्रवीण तक का सफ़र तय किया।
आज कल निमिषा जी आगरा में रहती हैं। संगीत के साथ साथ वे समर्थ साहित्यकार और कला(oil painting) के क्षेत्र में भी माहिर हैं। कविताएँ और कहानियां लिखती रही हैं।
उनका एक एकल काव्य संँग्रह भी प्रकाशित है
कविता कोश में रचनाएंँ प्रकाशित हो चुकी हैं।
ताज महोत्सव 2016 - 2018 में भजन गजल प्रस्तुति का अवसर पा चुकी हैं।
यूट्यूब पर काव्य रस सरोवर साहित्यिक चैनल का सन्चालन करती हैं।
निमिषा जी बताती हैं कि बचपन से ही पुरानी फिल्मों के शास्त्रीय संगीत आधारित गाने बेहद पसंद थे। प्राम्भिक संगीत शिक्षा के बाद डॉक्टर कुसुम सिंह जी जो आगरा घराने से हैं उनसे बुलंदशहर जाकर संगीत की शिक्षा लेना प्रारंभ कर दिया वहां शारदा संगीत विद्यालय जो प्रयाग यूनिवर्सिटी से एफिलेटेड है से जूनियर व सीनियर डिप्लोमा किया। फिर प्राचीन कला केंद्र चंडीगढ़ से संगीत भूषण में डिप्लोमा लिया साथ ही प्रयाग यूनिवर्सिटी से 5 th-6th ईयर कंप्लीट किया।
इसके बाद सेंट्रल संगीत कला केंद्र न्यू दिल्ली से इन्होंने प्रवीण की डिग्री ली।
*सर्वप्रिय प्रकाशन नई दिल्ली से एकल काव्य संग्रह प्रकाशित 'जब नाराज होगी प्रकृति'
* अमर उजाला,,मेरी सहेली में रचनाएंँ प्रकाशित।
1. सर्वश्रेष्ठ सदस्य एवं सर्वश्रेष्ठ कवि सम्मान सावन.इन (अक्टूबर 2019,जनवरी2020)
2.अमृता प्रीतम स्मृति कवयित्री सम्मान 2020
3. बागेश्वरी साहित्य सम्मान 2020
4. सुमित्रानंदन पंत स्मृति सम्मान 2020
5.साहित्यनामा तरंगिनि ऑडियो प्रतियोगिता की विजेता।
6.चिकार्षा मातृभाषा गौरव सम्मान 2021
7.साहित्यनामा तरंगिनि नारी शक्ति पर लेख प्रतियोगिता की विजेता
8.सर्वप्रिय प्रकाशन एवं मुद्रणालय सरकारी समिति रायपुर छत्तीसगढ़ की विशेष आमंत्रित सदस्य व प्रकाशन समिति की सदस्य नियुक्त।
9.स्त्री दर्पण साहित्यिक पटल की कार्यकारिणी सदस्य।
*गीता परिवार से श्रीमद्भगवद्गीता के शुद्ध उच्चारण पर गीता गुंजन प्रशस्ति पत्र प्राप्त।
*अंतर्राष्ट्रीय मां भारती कविता महायज्ञ में कविता पाठ।