हाल ही में रिजर्व बैंक के एक आंतरिक कार्य समूह ने कॉरपोरेट घरानों को अपना बैंक खोलने की मंजूरी देने की सिफारिश दी है. लेकिन, RBI के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन और पूर्व डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य ने इस सिफारिश की आलोचना की है. दोनों ने इसे एक बुरा विचार बताया है. उनका कहना है कि इस प्रस्ताव को अभी छोड़ देना बेहतर है. साथ ही उन्होंने यह भी सवाल उठाया है ये फैसला अभी क्यों? सवाल और भी कई हैं, मसलन - क्या हमें अभी कॉर्पोरेट बैंक की ज़रूरत है? आखिर हमें कॉर्पोरेट बैंक चाहिए क्यों? मौजूदा बैंकों और बैंकिंग व्यवस्था की समस्याओं का समाधान कॉर्पोरेट बैंक कर पाएंगे? इस पॉडकास्ट में ऐसे सभी सवालों के जवाब दे रहे हैं इंडिया टुडे हिंदी पत्रिका के एडिटर और आर्थिक मामलों के जानकार अंशुमान तिवारी और उनसे बात की रितु राज ने.