जब चुने तू अपनी जीवनसाथी
देख ना रंग देख ना रूप
देख ना उसकी संपत्ति।
बुद्धि जिसका श्रेष्ठ होवे
मन जिसका साफ होवे
परिश्रमी जिसका स्वभाव होवे
जिंदगी में वह जरूर सफल होवे l
बुद्धि संयम से वह घर तेरा छोड़ेगी
छोटी मोटी अनबन से वह घड़ ना तेरा तोड़ेगी।अपनी संतान को वही संस्कार देगी जो अपने अंदर होवेगी।
तनाव क्लेश जो भी हो वह अपनी बुद्धि से वह तोड़ेगी l
रास्ता कठिन कितना भी हो वह संयम से सफल होवेगी ll