यह jane austin की बहुत लोकप्रिय उपन्यास है। इस चैप्टर मे उस समय प्रचलित उत्तराधिकार से संबंधित एक शर्त का जिक्र है। जिस व्यक्ति को श्री बेनेट की मृत्यु के बाद उनका घर और जायदाद मिलने वाला है, उसकी इच्छा है कि वह अपने चचेरे बहनों के साथ न्याय करें। समाज मे प्रचलित दूसरी कुव्यवस्था भी सामने आटी है जब लड़कियों की शादी अपने चचेरे या ममेरे भाइयों से हो जाती थी कि लड़कियों को दूसरे परिवार मे न दिया जाए। आज हम इन सोचों से बाहर निकाल गए हैं। पर उस समय की व्यवस्था के बारे मे पढ़ना काफी रुचिकर है।
रोचक प्रसंग है। जरूर सुने।