US elections का असर पूरी दुनिया पर होता है. 74 साल के डोनल्ड ट्रंप कोशिश कर रहे हैं एक ख़राब रिक़ॉर्ड से बचने की, कि वो जॉर्ज एच डब्ल्यू बुश के बाद पहले ऐसे राष्ट्रपति न बनें जो पहला इनकम्बेंट रि-इलेक्शन हार गया हो. दूसरी तरफ़ हैं डेमोक्रैट पार्टी के जो बाइडन, जो कि 77 साल के हैं और बराक ओबामा के कार्यकाल में वाइस प्रेसिडेंट रह चुके हैं. इन दोनों के बीच मुक़ाबला है, और 270 इलेक्टोरकल कॉलेज वोट्स जो ले जाएगा, वो व्हाइट हाउस में बैठेगा. तो हवा का रुख़ किस ओर है? अगर ट्रंप हार जाते हैं तो क्या हो सकता है, क्या पीसफुल ट्रांसफर ऑफ पावर हो पाएगा या नहीं, इसको लेकर तमाम थ्योरीज़ हैं और कौन से फैक्टर्स हैं जिन पर आकर अब इस चुनाव की बाज़ी टिक गई है, इसी पर बात पॉड ख़ास में. अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ डेलावेयर में प्रोफेसर मुक़्तदर ख़ान से.