माया अपने शहर से दूर एक छोटे शहर में अकेली रहती है..घर है ..नौकरी है ..और साथ है अकेलापन ..
हर कोशिश करती है की इस अकेलेपन से कम से कम छुट्टी के दिन छुटकारा मिल सके.
आइए सुनते हैं ..कैसा रहा माया का। छुट्टी का दिन ..
कहानी - छुट्टी का दिन
लेखिका - उषा प्रियंवदा