मैं शायद उन कुछ लोगों में से हूँ जिसने इस किताब का ड्राफ्ट पढ़ा था ..शायद तीन चार साल पहले..
मोहिंदर जी से पहचान पुरानी है मगर दोस्ती नई :) उनके प्रति मेरा बहुत स्नेह और आदर रहा है इसलिए जैसे ही किताब मेरे हाथ में आई ..और आई भी सिर्फ़ चार दिन पहले तो मैंने एक ही रात में पढ़ डाली ..पढ़कर उन्हें फ़ोन करने से पहले मैंने अपनी पसंदीदा कहानी का ये छोटा सा अंश रिकॉर्ड कर लिया अपने सुनने वालों के लिए ..
मेरे कैलेंडर में आज रिकॉर्डिंग का दिन नहीं था मगर दिल बहुत था इसलिए बैकग्राउंड नॉइज़ पर ध्यान ना दीजिएगा :)
अंश अच्छा लगे तो किताब खरीदकर ज़रूर पढ़ियेगा ..बहुत महँगी नहीं है :)
किताब - शहर में लड़का
लड़के में क़स्बा
लेखक - मोहिंदर प्रताप सिंह
आप सब के साथ अब उन्हें भी भेज रही हूँ ये अंश ऐज़ ए ग्रैटिटूड ..ग्रैटिटूड फॉर व्हाट ? इंट्रोडक्शन सुनिए तो आप जान जायेंगे :)