Charnamrit Sevan Mantra चरणामृत सेवन मन्त्र •
चरणामृत यानि चरणों का अमृत।
हिन्दू धर्म में चरणामृत को बेहद शुद्ध और पवित्र माना जाता है। चरणामृत उस जल को कहा जाता है जिससे ईश्वर के पैर धोए जाते हैं। और उसे अमृत के समान समझा जाता है। चरणामृत कच्चे दूध, दही, गंगाजल आदि से बना होता है। इसे आदर स्वरुप अपने माथे पर लगाकर ही इसका सेवन किया जाता है।
चरणामृत सेवन करते समय इस श्लोक का उच्चारण करें
• 'अकालमृत्युहरणं सर्वव्याधिविनाशनम्। विष्णुपादोदक पीत्वा पुनर्जन्म न विद्यते।।' •
अर्थात -चरणामृत अकाल मृत्यु को दूर रखता है। सभी प्रकार की बिमारियों का नाश करता है। इसके सेवन से पुनर्जन्म नहीं होता है।
अत: चरणामृत को ग्रहण करते समय इस मंत्र का उच्चारण अति शुभ माना गया है।