विवादित बयान भारत के लिए नई कहानी नहीं हैं. अक्सर कोई कुछ न कुछ ऐसा बोल ही देता है जिस पर बवाल शुरू हो जाता है. और इससे कोई अछूता भी नहीं है. चाहे नेता हों,अभिनेता हों या बाबा-मौलवी. इसी कैटेगेरी में एक शब्द सुना होगा आपने मान हानि. खबरों में अक्सर आता है कि फलाने ने ढिमाके पर मान हानि का केस कर दिया. अभी हाल ही में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को विवादित बयान के एक मामले में मान हानि का दोषी माना गया, दो साल की सजा भी हुई. कई बार ये भी होता है कि कोर्ट दोषियों को ये आदेश देती है कि उनके बयान ने जिनका डिफेमेशन किया है वो उन्हें मुआवजा दें. लेकिन ये क्राइटेरिया क्या है, कैसे तय किया जाता है कि मान हानी हुई है या नहीं, इसे लेकर कानून में प्रावधान क्या है , और सजा जुर्माने के लिए किस तरह के नियम हैं? सुनिए.