👉नमस्कार, स्वागत है आप सभी का Next Level Astrology के Astro Podcast में। आज हम अपने इस वीडियो में जुड़ने वाले हैं ज्योतिष व्याकरण, पुराण, आचार्य माननीय नीरज पाराशर जी से। यहाँ हम माननीय नीरज पाराशर जी के उनके ज्योतिष अनुभव के बारे में जानेंगे और इस यात्रा के दौरान उनके जीवन में जो उतार चढ़ाव आये उसके बारे में भी जानेंगे।
👉माननीय नीरज पाराशर जी: मेरा बहुत ही छोटी उम्र में संस्कृत के क्षेत्र में आना हुआ। हमारा परिवार बहुत ही साधारण था। और आगरा के पास ही मेरा गाँव है वहीं मैंने संस्कृत में अध्ययन किया, वैसे तो मुझे पहले से ही संस्कृत में रूचि थी। मैं एक वर्ष वृंदावन धाम में रुका और इसके बाद मैं राजस्थान चला गया। मैंने श्रीगंगानगर से ज्योतिष का अध्ययन किया और तीन विषयों से आचार्य की उपाधि ली व्याकरण, ज्योतिष और पुराण। संस्कृत से ही बनारस से पीएचडी भी की।
आज के समय में युवा नशे की ओर, गलत खान पान की ओर बहुत बढ़ रहे हैं इसका कोई ज्योतिषीय कारण है?
👉माननीय नीरज पाराशर जी: ज्योतिषीय कारण से या कुंडली के दोष के कारण ऐसा होता है। जैसे जब राहु ग्रहण योग बन जाता है गुरु चांडाल योग बनता है तब इस प्रकार की स्थिति उत्पन्न होती है। आखिर वह कौन सा ग्रह है जो नौ ग्रह से भी ऊपर है?