चाहे कोई कुछ भी कर ले, कितनी भी तरक्की क्यों न कर ले, कितना भी अच्छा स्वास्थ्य क्यों न बना ले, हर किसी के जीवन में कोई न कोई कमी रह ही जाती है। जब इंसान को ये कमी दिखती है, जीवन पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता हुआ दिखता है तो मनुष्य भाग्य को या भगवान को दोष देने लगता है। ये सोच बदलनी चाहिए और स्थिति, परिस्थिति चाहे कैसी भी क्यों न हो भगवान के प्रति धन्यवादी बनना चाहिए। इसके कई कारण हैं।