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श्रीमद्भगवद्गीता के अध्याय 18 के श्लोक 58 में भगवान श्रीकृष्ण अर्जुन से कहते हैं कि यदि तुम अपने मन को मुझमें समर्पित कर दोगे, तो सभी संकटों से पार पा सकोगे। अगर तुम अहंकार को छोड़कर मेरी सुनोगे, तो तुम अपने जीवन में शांति और सफलता प्राप्त करोगे। इस श्लोक में भगवान श्रीकृष्ण का उपदेश जीवन के कठिन रास्तों से मुक्ति पाने के लिए सही मार्ग पर चलने का है।
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