A funny take on New Year's eve by Amrit Rai.
Son of famous writer Premchand and his wife Shivrani (also a writer), Amrit Rai had a unique voice of his own. His most famous work however was the biography he wrote of Munshi Premchand, 'Qalam Ka Sipahi'
Link to StoryJam episode about Shivrani : https://www.youtube.com/watch?v=2ryoRARPxZk
Link to song : “Aye bhi who…” : https://www.youtube.com/watch?v=2LNwI7Slgq0
अमृत राय का जीवन परिचय
अमृत राय का जन्म सन् 1921 ई. वाराणसी, उत्तर प्रदेश में हुआ और उनकी मृत्यु सन् 1996 ई. में हुई। अमृत राय प्रसिद्द लेखक मुंशी प्रेमचंद और उनकी धर्मपत्नी लेखिका शिवरानी के छोटे बेटे थे । उन्हें श्रेष्ठ अनुवादक व जीवनीकार के रूप में ख्याति मिली। उनकी सबसे प्रसिद्द किताब थी, 'कलम का सिपाही' जिस के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से वे सम्मानित हुए । वे अंग्रेजी, हिंदी एवं बंगला में भी लिखते थे और कई विधाओं के धनि, वे उपन्यासकार, निबन्धकार, समीक्षक, व्यंग्यकार और अनुवादक थे। प्रेमचंद की रचनाओं के संपादन के अतिरिक्त अमृत राय जी ने 'हंस' का संपादन किया।अमृतराय जी का विवाह सुभद्रा कुमारी चौहान जी की बेटी सुधा चौहान से हुआ था।
अमृत राय की प्रमुख कृतियाँ
'साहित्य में संयुक्त मोर्चा', 'सुबह का रंग', 'लाल धरती', 'नई समीक्षा', 'नागफनी का देश', 'हाथी के दांत', 'अग्निशिखा', 'फांसी के तख्ते से', 'कस्बे का एक दिन', 'गीली मिट्टी', 'कठघरे', 'जंगले', 'सहचिंतन', 'भटियाली', 'आधुनिक भावबोध की संज्ञा', 'बतरस', 'चतुरंग', 'सारंग' और 'धुआं'। 'प्रेमचन्द', 'कलम का सिपाही' (जीवनी), 'बीज' (उपन्यास), 'तिरंगा कफ़न' (कहानी-संग्रह)। अनुवाद : 'स्पार्टाकस' का अनुवाद 'आदिविद्रोही', 'हैमलेट' का अनुवाद 'समरगाथा'।
#premchand #munshipremchand #amritrai