Asha Dashmi Mantra आशा दशमी मंत्र • व्रत की पूजा में अपने कार्य की सिद्धि के लिये प्रार्थना करें।
प्रार्थना करते हुए इस मंत्र का जाप करें-
आशाश्रचशा: सदा सन्तु सिद्धय्नताम मे मनोरथा:
भवतिनाम प्रसादेन सदा कल्याणमसित्व्ती||
इसका तात्पर्य है कि-
' हे आशा देवियों! मेरी आशाएं सदा सफल हों, मेरे मनोरथ पूर्ण हो, आपके अनुग्रह से मेरा सदा कल्याण हो।'
विधिवत पूजा कर प्रसाद ग्रहण करना चाहिये। इसी कर्म से प्रत्येक मास में इस व्रत को करना चाहिये। जब तक मनोकामना पूर्ण न हो इस व्रत को विधिवत करते रहना आवश्यक होता है।