2024 में भारत, अमेरिका, दक्षिण अफ़्रीका समेत 50 से अधिक देशों में चुनाव आयोजित हो रहे हैं, जिनमें करोड़ों वोटर अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे.टैक्नॉलॉजी मामलों पर यूएन महासचिव के विशेष दूत अमनदीप सिंह गिल का कहना है कि कृत्रिम बुद्धिमता (एआई) टैक्नॉलॉजी से तैयार सामग्री, डीपफ़ेक तस्वीरों, वीडियों के ज़रिये भ्रामक सूचना, जानबूझकर ग़लत जानकारी को बड़े पैमाने पर फैलाकर लोगों को भ्रमित किया जा सकता है. उनके अनुसार, राजनैतिक प्रक्रिया के नज़रिये से यह ज़रूरी है कि तथ्यों को परखने व निर्णय लेने के लिए आम लोगों को जागरूक बनाया जाए और डिजिटल माध्यमों के प्रति नई साक्षरता का प्रसार हो.इसी क्रम में, संयुक्त राष्ट्र एक वैश्विक डिजिटल कॉम्पैक्ट को आकार देने के लिए प्रयासों में जुटा है, जोकि एक सुरक्षित व समावेशी डिजिटल भविष्य को आकार देने पर लक्षित है.