हम सभी जानते हैं कि भक्ति करने से परमात्मा का आशीर्वाद तो मिलता ही है, सुख और शांति भी मिलती है। प्रार्थना, ध्यान, कीर्तन ये सारे भक्ति के रूप हैं ये करना चाहिए लेकिन भक्ति का एक और रूप है जिसे 'सेवा' कहते हैं और दान ऐसी ही सेवा है। भारत में कर्ण, भामा शाह इत्यादि एक से एक दानी हुए हैं, आज भी हैं। अमरीका, जापान, ब्रिटैन में भी ऐसे ऐसे धनकुबेर हैं जिन्होंने अपनी संपत्ति का बड़ा हिस्सा दान कर दिया है। आखिर मिलता क्या है दान से और क्यों महान व्यक्ति दान करने से कभी पीछे नहीं रहते?