दुनिया भर में दैनिक जीवन में एकल प्रयोग वाले प्लास्टिक, बोतलों व अन्य उत्पादों को लेकर जागरूकता का प्रसार किया जाता है, उसकी री-सायकलिंग पर काम किया जा रहा है और प्लास्टिक के उचित निपटान व सतत उपयोग के तरीक़े सुझाए जा रहे हैं. लेकिन उत्पादन के आरम्भ में, कृषि और उससे सम्बद्ध क्षेत्रों में, प्लास्टिक के इस्तेमाल की समस्या तेज़ी से उभरकर सामने आई है, जिसके लिए तत्काल क़दम उठाने की आवश्यकता है. यूएन न्यूज़ की अंशु शर्मा ने, भारत में संयुक्त राष्ट्र के कृषि संगठन (एफ़एओ) में वरिष्ठ क़ानूनी शोधकर्ता, नीति विश्लेषक व परियोजना प्रबन्धक शालिनी भूटानी से, विश्व पर्यावरण दिवस, 2024 पर, कृषि उत्पादन में व्याप्त प्लास्टिक प्रदूषण के विभिन्न आयामों पर चर्चा की.