Kuber Mantra कुबेर मन्त्र
◆ ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये
धनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा॥ ◆ यह देवताओं के कोषाध्यक्ष कुबेर देव का अमोघ मंत्र है। कुबेर के मन्त्र का जाप दक्षिण की ओर मुख करके ही करना चाहिए। इस मंत्र का तीन माह तक रोज 108 बार जप करें। जप करते समय अपने सामने एक कौड़ी (धनलक्ष्मी कौड़ी) रखें। तीन माह के बाद प्रयोग पूरा होने पर इस कौड़ी को अपनी तिजोरी या लॉकर में रख दें। कहते हैं कि ऐसा करने पर कुबेर देव की कृपा से आपकी तिजोरी कभी खाली नहीं होगी। हमेशा उसमें धन भरा रहेगा।