■ Rognashak Mantra रोगनाशक मन्त्र ■
रोगानशेषानपहंसि तुष्टा रुष्टा, तु कामान् सकलानभीष्टान् त्वामाश्रीतनां न विपन्नराणां, त्वामाश्रिता ह्याश्रयतां प्रयान्ति।।
रोग नाशक मंत्र - वेदों में शब्द को ब्रह्मा कहा गया है। यह शब्द और उनसे बने मंत्र विशाल शक्ति के परिचायक बताए गए हैं। मंत्रों की यह ताकत असाध्य रोगों का इलाज करने में भी सक्षम है। अब आधुनिक विज्ञान भी इसे स्वीकार करने लगा है।
आजकल हमारे जीवन में रोग बहुत ज्यादा बढ़ गए हैं, बीमारियों का मुख्य कारण हमारा खान-पान, हमारी दिनचर्या हमारा जीवन को जीने का तरीका है। अगर उसे बदलने की कोशिश की जाए तो बीमारियों को काफी हद तक कम किया जा सकता है, जैसे योग, मेडिटेशन संतुलित खाना, अगर हम अपनी जिंदगी में शामिल करते हैं तो बीमारियां बहुत हद तक कम हो जाती है, और सबसे बड़ी बात है पॉजिटिव थिंकिंग का होना, अगर आप अच्छा सोचते हैं खुश रहते हैं