हर वर्ष 3 दिसम्बर को अन्तरराष्ट्रीय विकलांग जन दिवस मनाया जाता है. युद्ध या टकराव के हालात हों, प्राकृतिक आपदाएँ या फिर दैनिक जीवनयापन की परिस्थितियाँ, विकलांगजन इन सभी स्थितियों में सबसे अधिक प्रभावित होते हैं और अक्सर हाशिए पर धकेले जाते हैं. खाद्य सुरक्षा, पोषक आहार एक ऐसा ही क्षेत्र है, जिसमें विकलांग जन का समावेशन बहुत ज़रूरी है ताकि न केवल पोषण की कमी से उनकी विकलांगता की पीड़ा को और अधिक बढ़ने से रोका जाए बल्कि कई मामलों में पोषण आहार का अभाव उन्हें विकलांगता के अन्धकार में धकेल देता है. भारत में विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) के संचार और मीडिया प्रमुख परविन्दर सिंह ने यूएन न्यूज़ की अंशु शर्मा के साथ एक बातचीत में बताया कि WFP किस तरह, पोषण व खाद्य सुरक्षा में विकलांगजन का समावेशन सुनिश्चित करने के लिए, भारत सरकार के स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर काम कर रही है...