इस साप्ताहिक बुलेटिन की सुर्ख़ियाँ...ग़ाज़ा की, जहाँ युद्ध और भुखमरी से त्रस्त लोगों की मदद के लिए संयुक्त राष्ट्र ने अपनी योजना को अपनाए जाने का इसराइल से किया आग्रह, उधर बीते सप्ताह इसराइली हमलों में 629 लोगों की मौत.कोविड-19 महामारी ने पूरी दुनिया में मचाई थी भीषण उथल-पुथल, मगर क्या दुनिया फिर ऐसी किसी अन्य महामारी का मुक़ाबला करने के लिए तैयार है. इसी उद्देश्य से हुआ है एक महामारी तैयारी समझौता.शान्ति निर्माण और राजनैतिक प्रक्रिया में महिलाओं की भागेदारी से बढ़ती है शान्ति और स्थिरता, कुछ ऐसी ही प्रक्रिया, यूएन की मदद से चल रही है दक्षिण सूडान में.जैव विविधता हमारे जीवन और पृथ्वी के संरक्षण के लिए है बहुत ज़रूरी, मगर फिर भी मानवता को इसकी क़द्र और फ़िक्र नहीं.इन सबके अलावा सुनिएगा एक विशेष इंटरव्यू - भारत की एक शान्तिरक्षक मेजर लिश्मिथा बारिक अय्यप्पा के साथ, जो दक्षिण सूडान में शान्ति स्थापना में सक्रिय योगदान कर रही हैं.