इस साप्ताहिक बुलेटिन में शामिल हैं...ग़ाज़ा में कस रहा है भुखमरी और अकाल का शिकंजा, भोजन पाने की आस में अभी तक 1400 लोगों की मौत.कई वर्षों से चल रही है संयुक्त राष्ट्र में सुधारों की बात, उन सुधारों के लिए UN80 पहल के तहत आज पेश की गईं सिफ़ारिशें.हर रात करोड़ों लोग भूखे पेट सोने को मजबूर, तो उसी दुनिया में, हर दिन एक अरब थालियों के बराबर, भोजन कर दिया जाता है बर्बादशिशु के लिए माँ का दूध है अमृत समान, इस बारे में जागरूकता फैलाने के लिए विश्व स्तनपान सप्ताह. स्तनपान क्यों है एक सामाजिक निवेश.भारत के शहरों में भविष्य में रोज़गार अवसर, तो बहुत होंगे मगर होंगे बहुत तरह के बोझ और ख़तरे भी.