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Listen in to a recitation of the poem “Humko Bihari Mat Kehna” by Sahil Kumar.
Follow him on YouTube - https://www.youtube.com/@sahilkumarpoet
Listen in to a recitation of the poem "Ayodhaya Dharm Aur Sanskriti Ki Gatha" written by Aks.
Lyrics in Hindi:
सुना नहीं शायद तुमने फैसला न्यायालय का,
राम लला हैं विराजमान, देव भूमि है जन्मस्थान।
अयोध्या की इस पावन धरा पर,
इतिहास के पन्नों में मिलता संस्कृति का सार।
जहां राम की पदचाप से, मिटते सभी अंधकार,
वहीं उजाला फैला हर घर, हर द्वार।
न्याय की इस जीत ने जोड़ा हर दिल,
अयोध्या अब बन गयी है आस्था का गिल।
धरा पर जहाँ धर्म और आदर्श की ज्योत जली,
वहां राम की महिमा से बदली हर गली।
सदियों से जो गूँज रहा था हर हृदय में,
अब लय मिली, अनुराग मिला, इस अद्भुत छवि में।
राम के चरणों में जहाँ बसती है संस्कृति,
उस अयोध्या में है हर रंग, हर ऋतु की सुगंधित वृत्ति।
समय की धारा में भी, यहाँ अटल है आस्था,
जहां एकता और प्रेम का, बहता निर्मल वास्ता।
अयोध्या की इस धरा पर, जहाँ हर दिन है दिवाली,
राम राज्य की इस भूमि पर, जहाँ प्रेम है अति विशाली।
इस पावन भूमि की महिमा, अनंत काल तक गूँजे,
जहां हर भाव, हर कर्म, राम के नाम को दूँजे।
वहां प्रकृति भी गाती है, रामायण के गीत सुनहरे,
अयोध्या की इस पावन भूमि पर, जहाँ सदा सत्य के दीप जले।
अयोध्या, जहां धर्म और इतिहास का, मिलता है संगम,
जहां हर रंग है राम का, जहां हर ध्वनि में है राम का दम।
यह अयोध्या की गाथा, जो हृदय में बस जाती है,
जीवन के हर पथ पर, जो सत्य और धर्म की राह दिखाती है।
इस गाथा में समाया सभी का प्यार, यहाँ की मिट्टी में है संस्कार,
सद्भावना और प्रेम का संचार, यही अयोध्या का है आधार।
Listen in to a recitation of the poem "Kab Tak Geet Sunau Radha" written by Kumar Vishwas.
Lyrics in Hindi:
कब तक गीत सुनाऊं राधा कब तक गीत सुनाऊं
बचपन से प्रभुता का बोजा ढोते कटी जवानी
दो माँ ओने लाड लड़ाया, दो चहेरोने चाहा
जग भरके अपराध सदा हीं, अपने शीश उठाये
In this poem, god Krishna is talking to his beloved Radha. He is lamenting the fact that he has to be away from her for so long, and he is asking her how long he has to keep singing songs to her before she will come back to him.
Listen in to a recitation of a "Kuch Chote Sapno Ke Badle" written by Kumar Vishwas.
Lyrics in Hindi:
कुछ छोटे सपनो के बदले,
बड़ी नींद का सौदा करने,
निकल पडे हैं पांव अभागे,जाने कौन डगर ठहरेंगे !
वही प्यास के अनगढ़ मोती,
वही धूप की सुर्ख कहानी,
वही आंख में घुटकर मरती,
आंसू की खुद्दार जवानी,
हर मोहरे की मूक विवशता,चौसर के खाने क्या जाने
हार जीत तय करती है वे, आज कौन से घर ठहरेंगे
निकल पडे हैं पांव अभागे,जाने कौन डगर ठहरेंगे !
कुछ पलकों में बंद चांदनी,
कुछ होठों में कैद तराने,
मंजिल के गुमनाम भरोसे,
सपनो के लाचार बहाने,
जिनकी जिद के आगे सूरज, मोरपंख से छाया मांगे,
उन के भी दुर्दम्य इरादे, वीणा के स्वर पर ठहरेंगे
निकल पडे हैं पांव अभागे,जाने कौन डगर ठहरेंगे
Listen in to a recitation of a poem written for the occasion of baby shower “Woh Aane Wali Hai Ya Aane Wala Hai” by an unknown poet.
Lyrics in Hindi:
ये जल्दी ही पता चल जाने वाला है।
कोई छोटे छोटे हाथों से,
हमारा संसार सजाने वाला है।
बचपन जीने का एक मौका फिर से लाने वाला है।
उनगली पकड़ कर किसी नए रास्ते ले जाने वाला है।
बेटा तेरी हर ज़िद का मतलब पूछूंगा,
तू बाप बनेगा जिस दिन, तुझसे तब पूछूंगा।
दादाजी का ये कहना अब सच होने वाला है।
कोई नटखट, नानी का आराम चुराने वाला है।
और वो जिस ने अपना सब कुछ बंटा आधा आधा है।
प्यार जिस्का बाकी सबसे, नो महिने ज्यादा है।
कभी हसने कभी रुलाने, रात जगाने वाला है।
अभी तो बस शुरवात है, वो खूब नचाने वाला है।
प्यार उससे रोज रोज बार बार होगा,
अभी बहुत कुछ बाकी है जो पहली बार होगा।
उसे अपने पेरों पे चलते देखना,
उसका मा कहते खुद को पिघलते देखना।
धेर सारे नए नए एहसास करने वाला है,
कोई कमरे की छत पर अब तारे लगाने वाला है।
वो आने वाली है, या आने वाला है।
ये जल्दी ही पता चल जाने वाला है।
कोई छोटे छोटे हाथों से,
हमारा संसार सजाने वाला है।
Listen in to a recitation of a few lines of the famous poem “Teri Yaad Aati Hai” by Kumar Vishwas.
Listen in to a recitation of the famous poem “Yeh Kadamb Ka Ped” by Subhadra Kumari Chauhan.
Lyrics in Hindi:
यह कदंब का पेड़ अगर माँ होता यमुना तीरे।
Listen in to a recitation of the famous poem “Kuch Dost Bahut Yaad Aate Hain” by Harivansh Rai Bachchan.
Lyrics in Hindi:
मै यादों का किस्सा खोलूँ तो,
कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं
मै गुजरे पल को सोचूँ तो,
कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं
अब जाने कौन सी नगरी में,
आबाद हैं जाकर मुद्दत से
मै देर रात तक जागूँ तो ,
कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं
कुछ बातें थीं फूलों जैसी,
कुछ लहजे खुशबू जैसे थे,
मै शहर-ए-चमन में टहलूँ तो,
कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं.
सबकी जिंदगी बदल गयी,
एक नए सिरे में ढल गयी,
किसी को नौकरी से फुरसत नही
किसी को दोस्तों की जरुरत नही
सारे यार गुम हो गये हैं...
"तू" से "तुम" और "आप" हो गये है
मै गुजरे पल को सोचूँ
तो, कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं
धीरे धीरे उम्र कट जाती है...
जीवन यादों की पुस्तक बन जाती है,
कभी किसी की याद बहुत तड़पाती है
और कभी यादों के सहारे ज़िन्दगी कट जाती है
किनारो पे सागर के खजाने नहीं आते,
फिर जीवन में दोस्त पुराने नहीं आते
जी लो इन पलों को हस के दोस्त,
फिर लौट के दोस्ती के जमाने नहीं आते
Listen in to a recitation of the famous poem “Ye Nav Varsh Hame Swikar Nahi” by Ramdhari Singh Dinkar.
Lyrics in Hindi:
ये नव वर्ष हमे स्वीकार नहीं
Listen in to a recitation of "Kagazon Mein Hai Salamat Ab Bhi Naksha Gaon Ka" written by Devmani Pandey.
Lyrics in Hindi:
The podcast currently has 35 episodes available.