bhajan: govind kabahun mile piya mora गोबिंद, कबहुं मिलै पिया मेरा। (२) चरण-कंवल को हंस-हंस देखू , (२)राखूं नैणां नेरा, गोबिंद, राखूं नैणां नेरा, निरखण को मोहि चाव घणेरो, (२)कब देखूं मुख तेरा, गोबिंद, कब देखूं मुख तेरा, गोबिंद, कबहुं मिलै पिया मेरा। ब्याकुल प्राण धरत नहिं धीरज, (२)ब्याकुल प्राण, ब्याकुल प्राण धरत नहिं धीरज, मिल तूं मीत सबेरा, गोबिंद, मिल तूं मीत सबेरा, गोबिंद, कबहुं मिलै पिया मेरा। मीरा के प्रभु गिरिधर नागर, (२)ताप तपन बहुतेरा, गोबिंद, ताप तपन बहुतेरा, गोबिंद, कबहुं मिलै पिया मेरा। (४) _______________________________________ MP3 - Sau Meera Varma Listen to the bhajan