जब भी हम पर्यावरण की बात करते हैं तो हमारे आंखों के आगे घने जंगल, झर झर नदियां, शुद्ध हवा और इसमें जीवन बसर करते मासूम मूक जानवरों की छवि बनती है. हो भी क्यों ना. लेकिन पर्यावरण के इन अनमोल धरोहरों को, इंसान से ही क्यों खतरा बना रहा है. दरअसल अपने फायदे के लिए, इंसान दुनियाभर में इनका बाजार सजा देते हैं और यह मूक प्राणी, अपने अस्तित्व को आंखों के सामने खोता देखते रह जाते हैं. ऐसा ही एक विलुप्त होता जानवर है, पैंगोलिन. आपने नहीं सुना है इसके बारे में? तो आइए नूपुर कुलश्रेष्ठ से सुनिये.