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Listen Podcast 'Iti Itihas' With Nitin Thakur in Hindi who will narrate the plethora of fascinating, shocking and startling historical occurrences in a span of just two to two and a half minutes.<... more
FAQs about Iti Itihaas:How many episodes does Iti Itihaas have?The podcast currently has 209 episodes available.
April 29, 2023ऐसी क्या मजबूरी थी कि रूस ने अमेरिका को अपना एक शहर बेच दिया?: इति इतिहास, Ep 09आपने किसी एक देश के शहर पर दूसरे का कब्ज़ा होते देखा होगा.. सुना होगा, लेकिन कभी ये सुना है कि किसी देश ने अपना एक शहर दूसरे देश को बेच दिया हो.. वो भी अपने दुश्मन देश को. रूसी जनता इसके पक्ष में नहीं थी. बावजूद इसके रूस के ज़ार ने 30 मार्च 1867 को अलास्का अमरीका को बेच दिया. आखिर ऐसी क्या मजबूरी थी रूस की? सुनिए इति इतिहास के इस एपिसोड में....more3minPlay
April 23, 2023स्विमिंग पूल में नहा रहे थे अश्वेत,लोगों ने पूल में तेज़ाब डाल दिया था :इति इतिहास,Ep 08अपने बीचेस के लिए मशहूर अमेरिका का फ्लोरिडा प्रांत. साल 1964. मार्टिन लूथर किंग की रंगभेद विरोधी स्पीच ‘आई हैव अ ड्रीम’ मशहूर हो रही थी. तब एक होटल था, मॉनसन मोटर लॉज . तमाम होटलों की तरह यहां भी ब्लैक लोगों की एंट्री बैन थी. यही पॉलिसी स्विमिंग पूल्स को लेकर भी थी. लेकिन एक दिन काले लोगों का गुस्सा भड़क उठा.सुनिए उन्हें रोकने के लिए होटल मैनेजमेंट ने क्या किया और ये घटना अमेरिकी इतिहास की बड़ी घटना कैसे बन गई?...more3minPlay
April 22, 2023'OK' को टेलीग्राम ने कैसे बना दिया चर्चित शब्द, जानिए इतिहास: इति इतिहास, Ep 07अपने रोज़ की ज़िंदगी में ओके शब्द का इस्तेमाल हम कितना करते हैं ये बताना बहुत मुश्किल है. ये शब्द है ही इतना आम. लेकिन क्या आपको पता है कि ok का इस्तेमाल शुरू कहां से हुआ? इसका इतिहास क्या है?...more3minPlay
April 16, 2023अलार्म के पहले लोग कैसे एक निश्चित समय पर उठा करते थे? :इति इतिहास, Ep 06आज अलार्म सबकी दिनचर्या का ज़रूरी अंग है. अलार्म न हो तो न जाने कितनों की सुबह कितनी देर से हो. लेकिन जब अलार्म नहीं था तब लोग कैसे उठा करते थे? क्या थी पहले अलार्म के अस्तित्व में आने की कहानी? सुनिए 'इति इतिहास' के इस एपिसोड में....more3minPlay
April 15, 2023जब जिन्ना ने माना कि पाकिस्तान बनाकर ग़लती हो गई :इति इतिहास, Ep 05वरिष्ठ पत्रकार कुलदीप नैयर ने अपनी आत्मकथा ‘एक ज़िंदगी काफी नहीं' मे लिखा बंटवारे के दौरान देश की स्थिति देखने निकले जिन्ना तत्कालीन हालात देख के व्यथित हो गए थे. हालात इतने ख़राब थे कि जिन्ना के मुंह से निकल पड़ा ये मैंने क्या कर डाला? बंटवारे की त्रासदी और पाकिस्तान में कट्टरता का आलम देखकर जिन्ना दुखी थे लेकिन क्या इतने कि वो भारत लौट आना चाहते थे. अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा पूरा करने को एक मुल्क को तोड़ देने वाला एक बड़ा नाम क्या वाकई ये सोचता था? सुनिए इति इतिहास के इस एपिसोड में....more3minPlay
April 09, 2023एक कस्बा जहां एक बिल्ली मेयर बन गई! :इति इतिहास, Ep 04अगर कोई आपसे कहे कि दुनिया में एक जगह है जहां लोगों ने बिल्ली को मेयर बना दिया तो आप भरोसा करेंगे? एक्चुअली ऐसा हुआ है. अमेरिका के अलास्का की टॉकीट्ना काउंटी में. सुनिए पूरा किस्सा ‘इति इतिहास’ के इस एपिसोड में....more3minPlay
April 08, 2023केचअप, दवा से लेकर ब्रेड तक : इति इतिहास, Ep 03साल 1700 के आसपास की बात होगी. केचअप का पहला वर्जन तभी दिखा. जगह थी चीन. लेकिन तब ये टोमैटो केचअप नहीं था और न ही केचअप को केचअप कहते थे. चीनी इतिहासकार गेन झाऊ ने लिखा है कि तब इसे गेचप कहते थे या कुछ जगहों पर कोएचप. मछलियों से या सोयाबिन से इसे तैयार किया जाता था. कुछ ही साल में बढ़ते बढ़ते ये इंग्लैंड भी पहुँच गया. और यहाँ इसका यूज भी बदला. फिश केचप या सोया केच अप टोमैटो केचप बन गया. यहीं चीन का गेचअप या कोएचप केचअप कहलाया. इंग्लैंड में आने के कुछ ही साल में लेमन केचअप भी बनने लगा. यहाँ तक की मशरूम केचअप भी. लेकिन लेकिन लेकिन ये सारे केचअप टोमैटो केचअप सी पॉप्युलेरिटी नहीं पा सके. तब एक साइंटिस्ट हुए थे डॉक्टर जॉन कुक. उन्होंने साल 1834 में ये आइडिया दिया था कि टोमेटो केचअप को डायरिया, इनडाइजेशन और पीलिया की दवा की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है. बस फिर क्या था केचप मेडिकल स्टोर्स पर मिलने लगा. सुनिए केचअप के इतिहास की पूरी कहानी ‘इति इतिहास’ में....more3minPlay
April 02, 2023किसने अकबर की हड्डियाँ कब्र से निकालीं और जला दिया?: इति इतिहास, Ep 02आगरा से चार किलोमीटर दूर है सिकंदरा जहां अकबर की कब्र है. अकबर की मृत्यु के करीब 50 साल बाद 1658 में औरंगजेब गद्दी पर बैठा. उस वक्त औरंगजेब जाटों की बग़ावत से जूझ रहा था. साल 1669 में एक युद्ध हुआ जिसमें औरंगजेब ने जाट इलाकों पर हमला कर के इनके नेता गोकुल जाट और उदय सिंह को कैद कर लिया. बाद में इन्हें फांसी भी दे दी गई. फिर ऐसा क्या किया जाटों ने औरंगजेब से बदला लेने के लिए और मरे हुए अकबर को उन्होंने कैसे नुकसान पहुंचाया? सुनिए 'इति इतिहास' के इस एपिसोड में....more3minPlay
April 01, 2023जब कॉफी हाउस जाने पर दी जाती थी मौत की सज़ा: इति इतिहास, Ep 0114th सेंचुरी में जो कॉफी यमन में जन्मी वो डेढ़ सौ साल बाद तुर्की की गलियों में जा पहुंची. खूब कॉफी हाउसेज़ खुले. उन दिनों तुर्की के इस्तांबुल में झंडा बुलंद था ऑटोमन अंपायर के मुराद फोर्थ का. मुराद जवान था, तानाशाह टाइप भी. कॉफी का चस्का इस्तांबुल के लोगों को ऐसा लगा था कि वो दिनरात कॉफी हाउस में बैठे रहते. फिर क्या हुआ ऐसा कि मुराद ने कॉफी हाउस जाने पर सजा का ऐलान कर दिया? सुनिए कॉफी का इतिहास 'इति इतिहास' में नितिन ठाकुर से....more3minPlay
FAQs about Iti Itihaas:How many episodes does Iti Itihaas have?The podcast currently has 209 episodes available.