आपका मुझसे जुड़े रहने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया दोस्तों ! मुझे उम्मीद है कि आप मेरे इस छोटे से अभियान को समर्थन देंगे व इसे आगे बढ़ाने में मेरी सहायता करेंगे ! सच कहूं तो आप मेरी नहीं उन ख़ामोश पीड़ितों की सहायता करेंगे जिन्होंने इस अभिशाप को, इस गन्दगी में ही जीने मरने का फ़ैसला कर लिया है, इन्हीं अंधेरों को अपनी तक़दीर स्वीकार कर लिया है।
दोस्तों ! नशाख़ोरी, Alcoholism या शराब मेरे अनुसार घरेलू हिंसा में उतना बड़ा कारण नहीं है हिंसा का, Abuse का जितना कि अत्याचारी / Abuser की "घटिया मानसिकता" कारण है. उसके द्वारा Victim या पीड़िता को इज़्ज़त न देना क्यूंकि वो उस (Abuser) पर पूरी तरह आश्रित है ऐसी घटनाओं का एक ठोस कारण है। ये बात अत्याचारी / Abuser भलीभांति जानता है कि "पीड़िता / Abused" उसके सामने बिलकुल मज़बूर है, डरपोक है, कमज़ोर है और, वो उसके खिलाफ़ कोई क़दम-वदम उठा नहीं सकती है इसलिए वह (Abuser) पूरी आज़ादी के साथ उसके(Abused) के साथ अपने मन की कर सकता है ।
हक़ीक़त में, एक Abuser /अत्याचारी दरअसल, शराब के नशे की आड़ लेकर हर ऐसा कुछ कह डालता या कर डालता है जो वो करना चाहता है। और, ये पीड़िता (अपनी अज्ञानतावश) ये सोचकर कि उसने सब नशे की हालत में ग़लती से किया था, जाने दो, "फ़िर से माफ़ कर देती है"।
एक बार आप ख़ुद सोचकर देखिये दोस्तों कि "जो बार बार हो, क्या उसे ग़लती मान लेना उचित होगा ???? ..... #alwaysvikas